तने झिजले त्या मने | मने झिजले त्या तने |
तने मने विशेषता | झिजेल तोचि पुरता || १ ||

मने प्रसंगे विवरी | तने प्रसंगे जो करी |
तने मने चुकेचिना | तया उणीव येचिना || २ ||

मने बहुत चंचळे | विशेष गुण आडळे |
प्रचीत मानली मना | तरीच आवडे जना || ३||

रूपे विशेषता दिसे | परंतु गुण तो नसे |
तयास मानितीलसे | सभा समस्त विलसे || ४ ||

उडेल पाभळे बळे | गुणीस मोल आगळे |
तगेल रंग तो खरा | बरे चतुर विवरा || ५ ||

रूपें रसाळ तो गुणी | तयास आवडी दुणी |
रूपें गुणें विशेषता | करील तोचि पुरता || ६ ||

विशेष वेश साजिरा | उदंड गुण तो बरा |
प्रचितीने खरा खरा | चढेल कोण दुसरा || ७ ||

उदास दास तो घरी | परोपरी क्रिया करी |
गुणें गुणी गुणाथिला | भला भला भला भला || ८ ||

प्रताप सूर्यसा तपे | तयास कोण रे जपे |
अनंत गुण उत्तमा | कदा कळेचिना सीमा || ९ ||

करी न्याहाल सेवका | समर्थ विसरो नका |
विशेष हा रघोत्तमु | भजेल उत्तमोत्तमु || १० ||